महाशय चुन्नीलाल गुलाटी ने 1919 में ब्रिटिश भारत के सियालकोट में मसाला कंपनी की स्थापना की, जो पाकिस्तान में स्थित है। महाशय धर्मपाल का जन्म 27 मार्च, 1923 को सियालकोट (पाकिस्तान) में हुआ था।
महाशय चुन्नीलाल गुलाटी के पुत्र महाशय धर्मपाल गुलाटी भारत के विभाजन के बाद दिल्ली चले आये। उन्होंने एक झोपड़ी में एक दुकान खोली और अपने पिता की तरह मसाले बेचने लगे। बाद में उन्होंने अजमल खान रोड, करोल बाग में अपनी दुकान खोली और वहीं से विस्तार किया। 1959 में उन्होंने अपनी मसाला फैक्ट्री स्थापित करने के लिए कीर्ति नगर में एक प्लॉट खरीदा।
फैक्ट्री खोलने के बाद महाशय जी ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनकी सफलता के पीछे शुद्धता और गुणवत्ता थी। इन्होने अपने सभी मसाले अच्छी गुणवत्ता के साथ मार्किट में उतारे। आज भी इंडियन मार्किट में MDH मसाले सबसे अच्छे माने जाते है। धर्मपाल जी सामजिक कार्यो में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेते थे इन्होने सुभाष नगर में हॉस्पिटल खोला था जहा आज भी फ्री में इलाज करा जाता है।उन्होंने अकेले ही समाज और बड़े पैमाने पर गरीब लोगों के लाभ के लिए 20 से अधिक स्कूलों की स्थापना की है।
महाशय धर्मपाल गुलाटी जी को पदम् भूषण अवार्ड भी मिला है। आज इंडिया में कोई भी एसा इंसान नहीं है जो धर्मपाल जी को नहीं जनता हो।