Mohan yadav प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज विधायक दल की बैठक हुई. इसमें फैसला लिया गया कि मोहन यादव विधायक दल के नेता होंगे
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी कौन संभालेगा, इसे लेकर कई दिनों से जारी सस्पेंस आज खत्म हो गया. विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम पर सहमति बन गई है. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं. मोहन यादव को संघ का करीबी बताया जाता है. जानकारी के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान ने ही मोहन यादव के नाम नाम का प्रस्ताव विधायक दल की बैठक में किया था. इस ऐलान के साथ ही सभी कयासों पर विराम लग गया है. अब सूबे की कमान मोहन यादव के हाथों में होगी.
मध्य प्रदेश में नए सीएम के नाम की घोषणा कर दी गई है। राज्य का नया सीएम मोहन यादव को बनाया गया है। आज विधायक दल की बैठक में दल का नेता चुना गया। इस बैठक के बाद मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है। बीजेपी ने कुछ महीने पहले विधानसभा चुनाव से पहले अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बिना चुनाव ही लड़ा था। जिसके कारण इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मुख्यमंत्री कौन होगा।बता दें कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 163 सीटें जीती है। दूसरे नंबर पर कांग्रेस रही थी। एक निर्दल प्रत्याशी ने सीट हासिल की है
रेस में थे कई नाम
एमपी सीएम पद की रेस में कई दिग्गज नाम शामिल थे। जिसमें प्रह्लाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, वीडी शर्मा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय जैसे कई नाम शामिल थे। जिसमें केंद्रिय मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बीजेपी ने सबको चौंकाते हुए मोहन यादव को नया मुख्यमंत्री बनाया है।
नाम का ऐलान करने से पहले फोटो सेशन
भाजपा के भोपाल स्थित केंद्रीय कार्यालय पर विधायक दल की बैठक से पहले विधायकों ने फोटो सेशन भी कराया. यहां प्रदेश के तीनों पर्यवेक्षक हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्रटर, भाजपा सांसद के लक्ष्मण ओर पार्टी नेता आशा लाकड़ा के साथ शिवराज सिंंह चौहान, वीडी शर्मा नरेंद्र सिंंह तोमर, प्रह्लाद पटेल समेत सभी नव निर्वाचित विधायक मौजूद रहे.
Mohan yadav ने साल 2013 में वह पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने थे. 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में एक बार फिर उज्जैन दक्षिण सीट से जनता ने उनको विधायक चुना. 2 जुलाई 2020 को शिवराज सिंह चौहान सरकार में वह कैबिनेट मंत्री बने और उनको उच्च शिक्षा मंत्री का कामकाज सौंपा गया. उनकी छवि हिंदुवादी नेता की रही है और मोहन यादव RSS के भी करीबी माने जाते हैं. 25 मार्च 1965 को उज्जैन में जन्मे मोहन यादव ने विक्रम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है.